हिरणों के बड़े-बड़े, शाखाओं वाले सींगों को ऐंटलर्स कहा जाता है जो हर वर्ष गिरते हैं और फिर से नए उगते हैं। नए उगने वाले सींगों के ऊपर एक मखमली परत पायी जाती है जो सींगों को बढ़ने के लिए पोषण देती है। यह परत एक प्रकार की त्वचा है, जिसमें रक्त वाहिकाएं और नसे भरपूर होती हैं।
ऐंटलर्स के पूरी तरह से विकसित हो जाने के बाद ये परत सूखने तथा धीरे-धीरे हटने लगती और इस परत को ट्री-पाई (Rufous treepie) बहुत चाव से खाते हैं क्योंकि ये ट्री-पाई जैसे पक्षी जिनको प्रोटीन की आवश्यकता होती है के लिए एक अच्छा प्रोटीन युक्त भोजन श्रोत होती है।
Very nicely written, thanks meenu for sharing
Yes, it’s knowledgeable.
It’s very informative and example of mutualism…..
It’s more more superior finding in comparison with insect / parasite eaten bird…
Like crow, Black Drongo maina on cattle….
It will fulfill the need of important ingredients for living species like Rufous treepie….
Thanks a lot for
sharing….
Very nicely written, thanks meenu ji for sharing