Fauna
राजस्थान के खोये हुए तीन चमगादड़ प्रजातियों की कहानी
पिछले लगभग 150 वर्षों से राजस्थान राज्य में चमगादड़ की तीन प्रजातियां को देखा नहीं जा सका हैं। अनेकों सर्वे, खोज यात्रा, अध्ययन के बाद भी आज तक इन...
A Chiropteran Conundrum: The Story of the Three Lost Bats of Rajasthan
For the last 150 years, three bat species have not been observed in Rajasthan. Field surveys , expeditions ,studies, have all returned empty...
राजस्थान के धागे जैसे पतले थ्रेड स्नैक्स (Thread snake)
लोगो का सांपों के प्रति दो प्रकार से व्यवहार देखा गया है, कुछ लोग इनसे अत्यंत लगाव रखते हैं और हर मौके पर सांपों की चर्चा करते हुए नहीं थकते हैं, और...
राजस्थान की वन्यजीवों से टक्कर लेने वाली गाय की नस्ल : ‘नारी’
राजस्थान में गाय की एक नस्ल मिलती है जिसे कहते है 'नारी', शायद यह नाम इसकी नाहर (Tiger) जैसी फितरत होने के कारण पड़ा है। सिरोही के माउंट आबू ...
वेडर्स ऑफ द इंडियन सबकॉन्टीनैन्ट: भारतीय उपमहाद्वीप के परिप्रक्ष में एक बेहतरीन सन्दर्भ ग्रन्थ
जलाशयों के किनारे-किनारे, जल रेखा व कीचड़युक्त आवास को पसंद करने वाले पक्षियों को ‘‘वेडर्स’’ नाम से जाना जाता है। इस वर्ग के पक्षी तैरते नहीं हैं...
रणथम्भौर में अनाथ बाघ शावकों का संरक्षण
बाघिन के मर जाने पर उसके बच्चों को पिता के रहते हुए भी अनाथ मान लिया जाता था और उनके बचने की सम्भावना को बहुत ही निम्न माना जाता था। ऐसे में...
सरिस्का की समग्र सफलता का रास्ता और कितना लम्बा?
क्या सरिस्का में बाघों की संख्या में हुई वृद्धि इसकी समग्र सफलता का एक पैमाना हो सकती है ? या फिर अभी भी सरिस्का को एक सतत पारिस्थितिक तंत्र बनने के...
How to behave in a pandemic?- Some lessons from peafowl!!
Indian Peafowl has been a prominent feature of the landscape of Rajasthan through the ages. There are many villages in Rajasthan where people and...
महामारी के दौर में कैसे रहें? मोर से सीखे कुछ सबक !!
जाने कैसे खुद को बिमारी के संक्रमण से बचाने के लिए मोर करते हैं सोशल डिस्टेंसिंग और बन जाते हैं आत्मनिर्भर… भारतीय मोर सदियों से राजस्थानी परिदृश्य...
आखिर क्या होते हैं “प्राणी प्रमाण” ?
हम जब वन क्षेत्र मे जाते हैं तो उस प्राकृतिक आवास के वन्य प्राणी हमें कहीं न कहीं, किसी न किसी जैविक गतिविधि में लिप्त नजर आते हैं। हर प्राणी, हर...
श्रीमतीजी जो आपका आदेश: एक पीड़ित नर “बटनक्वेल”
जानते है किस प्रकार पक्षी समूह "बटनक्वेल" में नर और मादा अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियाँ निभाते है... हम सभी जानते हैं कि, पक्षी जगत में नर, मादा की...
सरिस्का: आखिर क्या है टाइगर रिजर्व में बाघों की क्षेत्र सीमाओं का प्रारूप ?
वैज्ञानिकों और बाघ प्रेमियों में हमेशा से यह एक चर्चा का विषय रहा है कि, आखिर बाघ का इलाका औसतन कितना बड़ा होता है? इस विषय पर प्रकाश डालते हुए...
राजस्थान में मिलने वाले दुर्लभ पक्षी “व्हाइट-नेप्ड टिट” का वितरण
व्हाइट-नेप्ड टिट (Parus nuchalis) भारत की एक स्थानिक पक्षी प्रजाति है जिसकी वितरण सीमा बहुत ही छोटी है जो देश के केवल पश्चिमी और दक्षिणी हिस्से में...
कॉमन ट्री फ्रॉग का रहस्यमयी जीवन
सीतामाता अभयारण्य में पाए जाने वाला कॉमन ट्री फ्रॉग एक ऐसी मेंढक प्रजाति है जो अन्य मेंढकों की तरह पानी में नहीं बल्कि पेड़ पर रहना ज्यादा पसंद करती...
राजस्थान में जंगली मुर्गे (Grey Jungle Fowl) का वितरण
राजस्थान के जंगली मुर्गे (Grey Jungle fowl Gallus sonneratii) पर अग्रवाल (1978,1979), अनाम (2010), अली एवं रिप्ले (1983), ओझा (1998), सहगल (1970),...
हसीना हमारी है या उनकी ?
यह मार्मिक आलेख ऑसप्रे प्रजाति के पक्षी पर हुई शोध से सम्बंधित है, इस अध्ययन ने जहाँ कई सवालों के जवाब दिए हैं, वहीँ कई नए सवाल हमारे सामने खड़े कर...
सरिस्का बाघ अभयारण्य में भामर मधुमक्खी पर एक अध्ययन
"सरिस्का टाइगर रिजर्व में "भामर मधुमक्खी" द्वारा छत्ता बनाने के लिए बरगद कुल के बड़े एवं पुराने पेड़ों को प्राथमिकता दिया जाना पुराने पेड़ों की...
दुनिया कि सबसे छोटी बिल्ली एवं राजस्थान में उसका वितरण
हाल ही में एक अध्ययन से खुलासा, कि राजस्थान के कई जिलों में उपस्थित है दुनियाँ की सबसे छोटी बिल्ली ... दुनियाँ की सबसे छोटी बिल्ली रस्टी-स्पोटेड कैट...
राजस्थान में सर्दियों के मेहमान: ग्रिफॉन गिद्ध
"सर्दियों के मेहमान प्राचीन युग गिद्ध "ग्रिफॉन", जिनके आगमन से लगता है...गिद्धों की संख्या में वृद्धि हो रही है।" राजस्थान में, अचानक जब सर्दियों...
Diminishing Dominions: Revelations from a New Study on the Caracal in India
The Caracal (Caracal caracal) is among the most widespread small cats in the world. However, knowledge of its conservation status and ecology in its...