स्मूद कोटेड ओटर (Lutrogale perspicillata), एशिया में पाए जाने वाला सबसे बड़ा ऊदबिलाव जो नदी के स्वच्छ जल में निवास करते हैं। परन्तु आजकल वन क्षेत्रों के आसपास बढ़ती मानव आबादी के कारण आवारा कुत्तों की संख्या और इनके द्वारा न सिर्फ वन्यजीवों बल्कि जलीय स्तनधारियों पर भी हमले की घटनाएं भी बढ़ रही है क्योंकि उनका काफी समय किनारों पर धुप सेकते और खेलते हुए बीतता है तथा इनकी मांदे/गुफ़ा भी नदी के किनारे चट्टानों के पास ही होती है जहाँ ये बच्चे देते हैं। इसी बीच कई बार इन्हें कुत्तों के साथ मुठभेड़ का सामना करना पड़ता है ऐसी ही एक संघर्ष की घटना इस चित्र कथा में दर्शाई गई है।
चम्बल नदी में कुछ ऊदबिलाव नदी में मछलियों का शिकार कर उन्हें खा रहे थे। वहीँ दूसरी ओर किनारे पर दो कुत्ते आपस में खेल व भोंक रहे थे। कुत्तों की आवाज सुन कर ऊदबिलाव किनारे की तरफ जाने लगे।
जैसे ही वे किनारे पर पहुंचे उन कुत्तों ने ऊदबिलावों के ऊपर भोंकना व हमला करने की कोशिश शुरू कर दी। परन्तु ऊदबिलाव समझ रहे थे कि, कुत्ते पानी में नहीं आ सकते इसीलिए वे आसपास फ़ैल गए और कुत्ते इधर-उधर भाग कर परेशान होने लगे।
ऊदबिलावों और कुत्तों के बीच यह संघर्ष कुछ 10-15 मिनट तक चला और फिर वे वापिस नदी में चले गए।
कुत्तों के साथ भिड़ने से ऊदबिलाव घायल भी हो सकते है परन्तु फिर भी उनके पास जाना और ऐसा व्यवहार काफी दिलचस्प घटना है।
सियार (Golden Jackal) जिसे राजस्थानी स्थानीय भाषा में “गेदुआ” कहा जाता है अपने आहार के अनुसार अवसरवादी होते हैं , प्रायः मरे हुए जानवरों को तो खाते ही हैं लेकिन कभी मौका मिले तो छोटे जानवरों का शिकार भी कर लेते हैं। इनका आहार बहुत विविध होता है जिसमें ये कई प्रकार के जीवों जैसे चिंकारा, खरगोश और तीतर-बटेर जैसे ज़मीनी पक्षियों के साथ-साथ गावों के आसपास रहकर बकरियों, भेड़ों और बछड़ों जैसे छोटे पशुधन का शिकार कर भी खा जाते हैं। ये जोड़ों में रहते हैं लेकिन कई बार जब अवयस्क बच्चे भी साथ होते हैं तो एक छोटा समूह भी बन जाता है। यह साथ में भोजन करते हैं परन्तु कई बार दूसरे समूह के सदस्य पास आने पर अपने भोजन को बचाने के लिए उनसे लड़ाई भी हो जाती है।ऐसी ही
एक घटना मैंने भी देखी…
उस दिन मैं हमेशा की तरह गिद्ध देखने के लिए निकला और कुछ दुरी पर मैंने देखा की कुछ गिद्ध और 5-6 अवयस्क सियार जो कि एक मृत गाय के शव को खा रहे थे।
थोड़ा ही समय बीता था कि कुछ वयस्क सियार वहां आ गए और मुख्य संघर्ष शुरू हो गया।
कुछ समय के भीतर व्यस्क सियारों ने सभी गिद्धों को वहां से उड़ा दिया, परन्तु अवयस्क सियार अपने भोजन को बचाने के लिए संघर्ष करने लगे। कुछ समय संघर्ष चला परन्तु अवयस्क सियार हार गए और उन्हें वहां से जाना पड़ा।
ये तस्वीरें उनमें से कुछ हैं, जो मूल रूप से भोजन के लिए लड़ाई और अवयस्क सियारों के ऊपर वयस्कों के प्रभुत्व को दर्शा रही हैं।